यह जो हिज्र में दीवार-ओ-दर को देखते हैं – Hindi Shayari

0 312

यह जो हिज्र में दीवार-ओ-दर को देखते हैं,
कभी सबा को कभी नामबर को देखते हैं,
वो आये घर में हमारे खुदा की कुदरत है,
कभी हम उनको कभी अपने घर को देखते हैं।

Leave A Reply

Your email address will not be published.

Download Image

Donalod Image
 Please wait while your url is generating... 3